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Showing posts from May 10, 2023

गुदगुदाती है ठेठ कहावते

सोशल मीडिया के  माध्यम से   प्रसिद्ध कहावतें और  लोकोक्तियां जो हमने एकत्र की है -  " न खेलब, न खेले देब, बस खेलिये बिगाड़ देब " " भितरी कय मार, दहिजरू जानय "  " जेकर भतार पुछबे न करै, ओकरे मंगिया में भर-भर सेनुर " " सास से बैर, पतोहिया से नाता, यहीं कुल रहिबे या जइबे बिधाता " " एक अगुआ बिन, नौ सौ जोलहा मरि गए " " चोर की दाढ़ी में तिनका " " पूत कपूत तो का धन संचै, पूत सपूत तो का धन संचै " " मूसे क जन्मल, बिलीये खोदी " " मूस मोटाइहे, तो लोढ़वे होहिहे " " मुल्ला कय  दौड़, महजिदिये तक " नतिनी सिखवे नानी के, नानी चलबू गौने " नानी के आगे, ननिअउरे क बखान " " भैंस पूछ उठाई, त गोबरे करी " " यक साथे दुइ नाव चढ़ी, गोड़ फार पानी मे गिरी " " सोना-सोना जे रटे, निनिआ भइल हराम मेहनत मोती जे लुटे, सुख से करे अराम " " बड़ी मोहानी मयभा सास  कंडी लइके पोंछय आंसु " " न नौ नगद, न तेरह उधार " " जेकर काम, उसी को साजे  और करे, तो डंडा बाजे " " ...