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Showing posts from September 1, 2020

रुद्राक्ष की माला

रुद्राक्ष की माला :  यह माला किसी ज्योतिष से पूछकर ही पहनें। यह आपके रक्तचाप को कंट्रोल या अनकंट्रोल कर सकती है। आमतौर पर एक से लेकर चौदहमुखी रुद्राक्ष की माला बनाई जाती है। कहते हैं कि  26 दानों की माला सिर पर , 50 की गले में 16 की बांहों में और 12 की माला मणिबंध में पहनने का विधान है। 108 दानों की माला   से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। पद्म पुराण, शिव महापुराण अनुसार इसे पहनने वाले को शिवलोक मिलता है। शिवपुराण में कहा गया है- यथा च दृश्यते लोके रुद्राक्ष: फलद: शुभ:। न तथा दृश्यन्ते अन्या च मालिका परमेश्वरि।। अर्थात : विश्व में रुद्राक्ष की माला की तरह दूसरी कोई माला फल देने वाली और शुभ नहीं है। श्रीमद् देवी भागवत में लिखा है- रुद्राक्ष धारणच्च श्रेष्ठ न किचदपि विद्यते। अर्थात : विश्व में रुद्राक्ष धारण से बढ़कर कोई दूसरी चीज नहीं है। रुद्राक्ष की माला श्रद्धा से पहनने वाले इंसान की आध्यात्मिक तरक्की होती है। रुद्राक्ष : यह सर्वकल्याणकारी, मंगल प्रदाता एवं आयुष्यवर्द्धक है। पंचमुखी रुद्राक्ष...

रुद्राक्ष के महत्व, लाभ और धारण विधि

एक मुखी रुद्राक्ष इसके मुख्य ग्रह सूर्य होते हैं। इसे धारण करने से हृदय रोग, नेत्र रोग, सिर दर्द का कष्ट दूर होता है। चेतना का द्वार खुलता है, मन विकार रहित होता है और भय मुक्त रहता है। लक्ष्मी की कृपा होती है। दो मुखी रुद्राक्ष मुख्य ग्रह चन्द्र हैं यह शिव और शक्ति का प्रतीक है मनुष्य इसे धारण कर फेफड़े, गुर्दे, वायु और आंख के रोग को बचाता है। यह माता-पिता के लिए भी शुभ होता है। तीन मुखी रुद्राक्ष मुख्य ग्रह मंगल, भगवान शिव त्रिनेत्र हैं। भगवती महाकाली भी त्रिनेत्रा है। यह तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना साक्षात भगवान शिव और शक्ति को धारण करना है। यह अग्रि स्वरूप है इसका धारण करना रक्तविकार, रक्तचाप, कमजोरी, मासिक धर्म, अल्सर में लाभप्रद है। आज्ञा चक्र जागरण (थर्ड आई) में इसका विशेष महत्व है। चार मुखी रुद्राक्ष चार मुखी रुद्राक्ष के मुख्य देवता ब्रह्मा हैं और यह बुधग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसे वैज्ञानिक, शोधकर्त्ता और चिकित्सक यदि पहनें तो उन्हें विशेष प्रगति का फल देता है। यह मानसिक रोग, बुखार, पक्षाघात, नाक की बीमारी में भी लाभप्रद है। पांच मुखी रुद्राक्ष यह साक्षात भग...

मंथन

मंथन  📖 हमारे चार वेद है। 1] ऋग्वेद 2] सामवेद 3] अथर्ववेद 4] यजुर्वेद ************* 📜 कुल 6 शास्त्र है। 1] वेदांग 2] सांख्य 3] निरूक्त 4] व्याकरण 5] योग 6] छंद ************* ⛲ हमारी 7 नदियां। 1] गंगा 2] यमुना 3] गोदावरी 4] सरस्वती 5] नर्मदा 6] सिंधु 7] कावेरी ************* 📚 हमारे 18 पुराण। 1] मत्स्य पुराण 2] मार्कण्डेय पुराण 3] भविष्य पुराण 4] भगवत पुराण 5] ब्रह्मांड पुराण 6] ब्रह्मवैवर्त पुराण 7] ब्रह्म पुराण 8] वामन पुराण 9] वराह पुराण 10] विष्णु पुराण 11] वायु पुराण 12] अग्नि पुराण 13] नारद पुराण 14] पद्म पुराण 15] लिंग पुराण 16] गरुड़ पुराण 17] कूर्म पुराण 18] स्कंद पुराण ************* 🍚 पंचामृत। 1] दूध 2] दहीं 3] घी 4] मध 5] साकर ********* 🌌 पंचतत्व। 1] पृथ्वी 2] जल 3] तेज 4] वायु 5] आकाश ********* ☘ तीन गुण। 1] सत्व् 2] रज् 3] तम् ******** 🌀 तीन दोष। 1] वात् 2] पित्त् 3] कफ ********* 🌁 तीन लोक। 1] आकाश लोक 2] मृत्यु लोक 3] पाताल लोक ********* 🌊 सात महासागर। 1] क्षीरसागर 2] दधिसागर 3] घृतसागर 4] मथानसागर 5] मधुसागर 6] मदिरासागर 7] लवणसागर ********* 🌅 सात द्वीप। 1] जम...