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गुदगुदाती है ठेठ कहावते

सोशल मीडिया के  माध्यम से   प्रसिद्ध कहावतें और  लोकोक्तियां जो हमने एकत्र की है -  " न खेलब, न खेले देब, बस खेलिये बिगाड़ देब " " भितरी कय मार, दहिजरू जानय "  " जेकर भतार पुछबे न करै, ओकरे मंगिया में भर-भर सेनुर " " सास से बैर, पतोहिया से नाता, यहीं कुल रहिबे या जइबे बिधाता " " एक अगुआ बिन, नौ सौ जोलहा मरि गए " " चोर की दाढ़ी में तिनका " " पूत कपूत तो का धन संचै, पूत सपूत तो का धन संचै " " मूसे क जन्मल, बिलीये खोदी " " मूस मोटाइहे, तो लोढ़वे होहिहे " " मुल्ला कय  दौड़, महजिदिये तक " नतिनी सिखवे नानी के, नानी चलबू गौने " नानी के आगे, ननिअउरे क बखान " " भैंस पूछ उठाई, त गोबरे करी " " यक साथे दुइ नाव चढ़ी, गोड़ फार पानी मे गिरी " " सोना-सोना जे रटे, निनिआ भइल हराम मेहनत मोती जे लुटे, सुख से करे अराम " " बड़ी मोहानी मयभा सास  कंडी लइके पोंछय आंसु " " न नौ नगद, न तेरह उधार " " जेकर काम, उसी को साजे  और करे, तो डंडा बाजे " " ...

नक्षत्र का विभाजन

 नक्षत्र का स्वभाव और गुण  ज्योतिष में 27 नक्षत्र / सितारे है  27 नक्षत्रों के नाम क्रमानुसार  - 1.अश्विन नक्षत्र, 2.भरणी नक्षत्र, 3.कृत्तिका नक्षत्र, 4.रोहिणी नक्षत्र, 5.मृगशिरा नक्षत्र, 6.आर्द्रा नक्षत्र, 7.पुनर्वसु नक्षत्र, 8.पुष्य नक्षत्र, 9.आश्लेषा नक्षत्र, 10.मघा नक्षत्र, 11.पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, 12.उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, 13.हस्त नक्षत्र, 14.चित्रा नक्षत्र, 15.स्वाति नक्षत्र, 16.विशाखा नक्षत्र, 17.अनुराधा नक्षत्र, 18.ज्येष्ठा नक्षत्र, 19.मूल नक्षत्र, 20.पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, 21.उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, 22.श्रवण नक्षत्र, 23.घनिष्ठा नक्षत्र, 24.शतभिषा नक्षत्र, 25.पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, 26.उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, 27.रेवती नक्षत्र।  ज्योतिष के अनुशार नक्षत्र को अनेक भाग में विभाजित किया गया है :-  पुरुष नक्षत्र और महिला नक्षत्र देव, मनुष्य और राक्षस सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण 1. पुरुष नक्षत्र और महिला नक्षत्र पुरुष नक्षत्र :-  अश्विनी, भरणी, पुष्य, अश्लेषा, माघ, उत्तराफाल्गुनी, स्वाति, ज्येष्ठा, मूला, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण और पूर्वा भाद्रपद पुरुष ...

PAPA का मतलब जानकर चौक जाएंगे आप

PAPA का मतलब जानकर चौकने वाले है आप  आम तौर पर हिंदी और  क्षेत्रीय  भाषा में  हमें जन्म देने वाली औरत के पति को या जन्मदाता पुरुष को पिता कहा जाता है ।  अंग्रेजी में फादर का मतलब पिता होता है ।  क्षेत्रीय भाषाओं में बाबा, बाबू, इत्यादि संबोधन के प्रक्रार है  । पापा का मतलब क्या होता है ? पापा शब्द कहाँ से आया ।   Father शब्द अंग्रेजी से मिला ,  यूनाइटेड किंगडम से डैडी मिला परन्तु पापा शब्द कहा से मिला? PAPA वहां से यहाँ तक  ग्रीक या फारसी भाषा में पापा शब्द का मतलब  देखभाल करने वाला व्यक्ति या पुजारी होता है I  जिसे अंग्रेजों ने हमारे माथे पर थोपा I  PAPA को  ग्रीक में PAPAS कहा जाता है । हमने पापास का पापा बना दिया और पापा को पिता का दर्जा दे दिया।  पापा (PAPA)का मतलब होता है :- हमारा संरक्षक, देखभाल करने वाला या भरण पोषण करने वाला पुरुष।  और पिता का मतलब होता है :-  जन्मदाता  ( बायोलॉजिकल   फादर)  के साथ  हमारा संरक्षक, देखभाल करने वाला और भरण पोषण करने वाला पुरुष । अगर आपको य...

जाने MADAME शब्द एक सम्मान या गाली

  क्या हम बोलने से पहले सोचते हैं? किसी भी शब्द का अपना एक अलग इतिहास होता है। किसी दूसरे भाषा से आने वाले शब्द को बिना जाने नहीं बोलना चाहिए। कई बार यह देखा जाता है कि स्वयं को ज्यादा ज्ञानी और बुद्धिजीवी बताने की होड़ में लोग अंग्रेजी भाषा से लिए गए कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर देते हैं, जिसका उन्हें इतिहास और उस शब्द का सही अर्थ मालूम नहीं होता है। मैडम (MADAME) शब्द का मतलब HINDI में :-  मैडम (MADAME) जो कि अंग्रेजी भाषा का एक शब्द है,  फ्रेंच भाषा से लिया गया है।  MADAME दो शब्दो MA+ DAME से मिलकर बना है   MA का  अर्थ होता है  मेरा/मेरी और DAME का अर्थ होता है महिला/स्त्री/औरत।  जिसका पूरा अर्थ होता है :- मेरी महिला / मेरी स्त्री / मेरी औरत।   जिसे हम Madame कहते है  समझने वाली बात है कि हर स्त्री मेरी कैसे हो सकती? फ्रेंच में मैडम शब्द का उपयोग वेश्यावृत्ति से जोड़ कर किया जाता है, क्योंकि अंग्रेजी भाषा में दुनिया के ज्यादातर देशों से शब्दों को लेकर शामिल किया गया है। इसी तरह मैडम शब्द को भी शामिल कर लिया गया है। फ्रेंच में म...

हर नक्षत्र का होता है एक स्वामी ग्रह

-:  हर नक्षत्र का एक स्वामी ग्रह भी होता है :- सूर्य:-           कार्तिक ,  उत्तरा फाल्गुनी ,  उत्तराषाढ़ा। चन्द्र:-           रोहिणी ,  हस्त ,  श्रवण। मंगल:-           मृगशिरा ,  चित्रा ,  धनिष्ठा। बुध:-                आश्लेषा ,  ज्येष्ठा ,  रेवती। बृहस्पति:-      पुनर्वसु ,  विशाखा ,  पूर्वा भाद्रपद। शुक्र:-                भरणी ,  पूर्वा फाल्गुनी ,  पूर्वाषाढ़ा। शनि:-                पुष्य ,  अनुराधा ,  उत्तरा भाद्रपद। राहु:-                     आर्द्रा ,  स्वाति ,  शतभिषा। केतु:-                     आश्विन ,  मघा ,  मूल।