Skip to main content

आपका मोबाइल ना करदे बरबाद

सफलता के लिए कठिन परिश्रम एक अनिवार्य शर्त है पर साथ में सही दिशा में कार्य करना भी आवश्यक है। गलत दिशा में किए गए महान श्रम भी निरर्थक हो सकते हैं। सफलता के लिए सही होना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है कम से कम गलत होना।

आपके मोबाइल में जैसे आपका हैंडसेट, उसके फीचर्स, उसकी बैटरी आदि आपके जीवन पर प्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकते हैं। उसी प्रकार आपका नंबर गुप्त रूप से सूक्ष्म रूप से आपकी सफलता पर असर डालता है। जहां एक गलत नंबर भले ही आपके सौभाग्य को दुर्भाग्य में न बदल पाए पर उससे हमारा श्रम अवश्य प्रभावित हो सकता है या हमें ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। वहीं, उचित नंबर मानसिक श्रम में वृद्धि कर हमें अनुकूल परिणाम प्रदान करता है, जिससे हम सफलता की ओर दिनोंदिन बढ़ते चले जाते हैं। एक अनुकूल फोन नंबर हमें मनोवैज्ञानिक या मानसिक रूप से सशक्त बनाता है और हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।

मोबाइल नंबर के चुनाव में ऊर्जा, शक्ति, संपर्क, अनुकूलता इत्यादि को परखा जाता है। अंक 1, 3,6 और 9 इस विचार से ज्यादा प्रभावशाली सिद्ध होते हुए प्रतीत होते हैं। 6 को छोड़कर सभी विषम संख्याएं हैं और 6 का संबंध भी विषम संख्याओं से अधिक है। नंबर के उचित चयन के लिए विशेषज्ञ की सहायता अवश्य लें। आइए जानें, आपके मूलांक के लिए फोन और मोबाइल नंबर कैसा हो और…

मूलांक 1 (जन्म तारीखः 1, 10, 19, 28)
घर, ऑफिस या मोबाइल नंबर लेते समय ध्यान रखें कि उस नंबर में 1 नंबर कई बार आना चाहिए। नंबर का अंत 1 से हो तो अच्छा है। आपके नंबर का योग 1 हो तो यह आपके लिए सौभाग्यशाली रहेगा। 8 के योग का नंबर आप इस्तेमाल न करें। यह आपके लिए शुभ नहीं है। अगर नंबर का योग 1 संभव नहीं है तो आप 3 या 5 नंबर पर भी विचार कर सकते हैं।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग अगर लाल या धातु का रंग (जैसे-स्टील बॉडी, सिल्वर, गोल्डन या कॉपर) तो यह आपके लिए सौभाग्यकारी है। मोबाइल का कवर यथासंभव लाल रंग का रखें। अगर संभव हो तो मोबाइल के वॉलपेपर या स्क्रीनसेवर में कोई हंसता या मुस्कुराता हुआ चेहरा रखें। लाल गुलाब, उगता हुआ सूरज और मुस्कुराते हुए बच्चे का चित्र आपके लिए अनुकूल है।

अनुकूल रिंग टोनः गंभीर व ऊर्जावान धुन या गीत,सेक्सोफोन, सितार।

मूलांक 2 (जन्म तारीखः 2, 11, 20, 29)

आपके घर या ऑफिस के नंबर में 2 अंक की पुनरावृत्ति आपके लिए शुभ रहेगी। यानि उस नंबर में 2 का अंक एक से अधिक बार आना चाहिए। नंबर का योग 1 आपके लिए शुभ है। ध्यान रखें कि नंबर के अंत में 1 नंबर जरूर हो। मोबाइल नंबर लेते समय उसका योग 6 रखें और उसमें 7 की पुनरावृत्ति सौभाग्यकारी है। यानी 7 या 77 या 777 होना चाहिए। विशेष सलाह पर आप मोबाइल नंबर का योग 7 भी कर सकते हैं।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल या टेलिफोन का रंग यदि सिल्वर हो तो यह सौभाग्यकारक रहेगा। मोबाइल का कवर पारदर्शी रखें। सक्रीन सेवर पर पूर्णिमा का चंद्रमा, सुंदर स्त्री या जलती हुई मोमबत्ती या दीपक का चित्र आपके फोन पर होने वाले संपर्कों को लाभकारी बनाएगा।

अनुकूल रिंग टोनः मध्यम गति या तारों पर बजने वाला संगीत और पुराने मधुर गीत। गिटार, सारंगी।

मूलांक 3 (जन्म तारीखः 3, 12, 21, 30)
आपके घर या ऑफिस के फोन का योग 1 या 3 होना चाहिए और उसमें 3 अंक की पुनरावृत्ति होनी चाहिए पर नंबर के अंत में 9, 99 या 999 आना शुभ रहेगा। मोबाइल के नंबर का योग 6 रखें और उसमें 6 और 9 अधिक से अधिक रखने का प्रयास करें। मोबाइल नंबर के आखिर में भी 9, 99 या 999 शुभ रहेगा। विशेष परिस्थितियों में मोबाइल नंबर का योग 9 भी अच्छा फल प्रदान कर सकता है। 2, 4 या 8 का योग हानिकारक हो सकता है।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग पूर्ण या आंशिक रूप से गोल्डन, ऑरेंज या पीला हो तो अति शुभ है। मोबाइल का कवर गोल्डन या पीले रंग का इस्तेमाल करें। स्क्रीन सेवर और वॉलपेपर सूरजमुखी का फूल, उगता हुआ सूरज, ईश्वर या संत-महात्मा का चित्र इस्तेमाल करें। अच्छे संपर्क बनेंगे।

अनुकूल रिंग टोनः तेज गति, स्फूर्ति वाला संगीत और प्रेरणा देने वाला गीत। भक्ति गीत, तबला, ड्रम, धुंघरु या ढोल।

मूलांक 4 (जन्म तारीखः 4, 13, 22, 31)
आपको अपने घर या कार्यालय के नंबर का योग 5 या 6 रखना चाहिए। यदि उसमें 1 नंबर की पुनरावृत्ति हो रही हो तो बहुत अच्छा है। नंबर के अंत में 1 या 5 का आना सौभाग्यकारी रहेगा। मोबाइल के नंबर का योग या 5 रखना शुभकारी होगा। अगर इसमें 1 अंक की पुनरावृत्ति हो और आखिर में 1 या शून्य(0) आए तो यह आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग ग्रे, सफएद या सिल्वर आपके लिए शुभ है। मोबाइल का कवर हरे या नीले रंग का हो तो अति उत्तम रहेगा। वॉलपेपर और स्क्रीन सेवर में कोई धार्मिक चिन्ह जैसे स्वास्तिक, ऊं, 786 या किसी यंत्र की तस्वीर लगा सकते हैं। विशेष सफलता के लिए अपने गुरु, मार्गदर्शक, परम मित्र की मुस्कुराती हुई तस्वीर लगाएं।

अनुकूल रिंग टोनः पियानो या तरंगों वाला धीमा संगीत व मधुर, शांत, धीमा गीत। वायलिन, बांसुरी।

मूलांक 5 (जन्म तारीखः 5, 14, 23)
आपको अपने घर और कार्यालय के नंबर का योग 5 रखने का प्रयास करना चाहिए। यदि इसमें 1 नंबर की पुनरावृत्ति हो और इसके अंत में 5, 55, 555 या 15 हो तो यह बहुत शुभकारी होगा। आपके मोबाइल नंबर का योग अगर 1 हो तो यह भाग्य जगाने में सहायक होगा। इसमें 5 अंक की पुनरावृत्ति और अंत में 1, 11, 111 या 15 आपके लिए सफलता प्रदायक सिद्ध होगा। 2 का अंक हानिकारक हो सकता है।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग क्रीम और पीला छोड़कर कोई भी हो उत्तम होगा। पर, मोबाइल का कवर हरा या लाल शुभ है। वॉलपेपर और स्क्रीन सेवर पर फलों, पेड़-पौधे, जंगल के दृश्य का हरे रंग का कोई शुभ चिन्ह सौभाग्यकारी है।

अनुकूल रिंग टोनः धीमी और मध्यम गति पर ऊर्जावान संगीत व अर्थपूर्ण गीत। बांसुरी, तबला, सितार।

मूलांक 6 (जन्म तारीखः 6, 15, 24)
आपके घर, ऑफिस और मोबाइल के नंबर्स का योग 6 हो तो यह अति शुभ है। इसमें 9 नंबर की पुनरावृत्ति आपको सफल बनाएगी। इसका अंत 1 या 9 से होना चाहिए। अंत में 9 अंक की पुनरावृत्ति शुभ रहेगी जैसे 99, 999, 9999।

रंग और वॉलपेपरः वॉलपेपर या स्क्रीन सेवर पर आपके परिजन, प्रिय मित्र, माता-पिता, सुंदर स्त्री और बच्चों का चित्र आपको सफलता प्रदान करेगा। आपके मोबाइल नंबर का रंग सफेद और सिल्वर सौभाग्यकारक है। सिल्वर या पारदर्शी मोबाइल कवर उत्तम है।

अनुकूल रिंग टोनः मिलाजुला संगीत, मधुर नए-पुराने गीत, गिटार।

मूलांक 7 (जन्म तारीखः 7, 16, 25)
आपके घर और कार्यालय के फोन नंबर्स का योग 1 या 2 श्रेष्ठ है। इसमें 2 नंबर की अधिक पुनरावृत्ति आपको सौभाग्य प्रदान करेगी। इसके अंत में 7 अंक की पुनरावृत्ति जैसे 77, 777, 7777 आपके सौभाग्य का द्वार खोल सकती है। आपके मोबाइल नंबर का योग 2, 7 या 9 उत्तम है। नंबर में 7 नंबर की पुनरावृत्ति शुभकारक है। अंत में 7 या 9 नंबर की पुनरावृत्ति कल्याणकारी रहेगी। जैसे 77, 777, 7777 या 99, 999, 9999।

रंग और वॉलपेपरः वॉलपेपर या स्क्रीन सेवर पर सफेद पक्षियों, सुंदर स्त्रियों और सफेद स्वास्तिक का चित्र शुभ संकेत रहेगा। मोबाइल का रंग हरा छोड़कर सभी रंग शुभ हैं। क्रीम, सिल्वर रंग विशेष रूप से उत्तम फल प्रदान करेंगे। मोबाइल का कवर पारदर्शी रखें।

अनुकूल रिंग टोनः थिरकने वाले गीत, पुराने गीत, बांसुरी की धुन, सेक्सोफोन।

मूलांक 8 (जन्म तारीखः 8, 17, 26)
आपके घर और कार्यलाय के नंबर का योग 2 शुभ है। इसमें 8 अंक की पुनरावृत्ति उत्तम रहेगी। नंबर के अंत में 5 का अंक अच्छा रहेगा। आपके मोबाइल नंबर का योग 6 आपको सफलता प्रदान करेगा। इसमें 6 अंक की आवृत्ति अधिक होने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। मोबाइल नंबर के अंत में 0 या 6 अंक शुभ है।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग काला, ग्रे या भूरा श्रेष्ठ है। कवर का रंग भी यदि सिल्वर, काला, ग्रे या भूरा हो तो बेहतर रहेगा। वॉलपेपर और स्क्रीन सेवर पर शुभ धार्मिक चिन्ह, अपने इष्टदेव या गुरु का चित्र लगाना सौभाग्यकारी होगा।

अनुकूल रिंग टोनः आध्यात्मिक व धार्मिक गीत, शांत, धीमा व सुरीला संगीत, बांसुरी की धुन, बीन या संतूर।

मूलांक 9 (जन्म तारीखः 9, 18, 27)
आपके घर व कार्यालय के फोन नंबर का योग 3 या 6 होना चाहिए। नंबर में 3 की पुनरावृत्ति होनी चाहिए और अंत में 9, 99, 999, 9999 वाला नंबर लेने का प्रयास करना चाहिए, सौभाग्यकारी रहेगा। मोबाइल के नंबरों का योग 9 या 6 शुभ है। मोबाइल नंबर के मध्य में 6 या 9 की पुनरावृत्ति शुभ है। जैसे 696969। नंबर 69 आपके भाग्य में वृद्धि करेगा।

रंग और वॉलपेपरः मोबाइल का रंग यथासंभव लाल, मरून, कॉपर, गोल्डन रखने का प्रयास करना चाहिए। मोबाइल कवर कॉपर, गोल्डन या क्रीम रंग का रखना शुभ है। वॉलपेपर पर प्रसिद्ध इमारतें जैसे ताजमहल और पूर्ण चंद्रमा का चित्र, प्राचीन धरोहरें, राजसी कलाकृतियां, पानी पीते हुए पक्षियों का चित्र तथा मशीनों के चित्र शुभकारी हैं।

अनुकूल रिंग टोनः जोश व ऊर्जावाले गीत, रिदम व थाप वाला संगीत। ढोल, नगाड़ा, ड्रम, तबला।

Comments

Popular posts from this blog

रत्न क्या कर सकता है ?

  रत्न:-   सबसे पहले हम जान लेते हैं कि रत्न क्या है? काम क्या करता है?  क्या रत्न अशुभ / नीच ग्रह को शुभ कर सकता है ? रत्नों का सिर्फ काम है ग्रह की ताकत / प्रभाव को बढ़ाना ।  जो भी ग्रह है उस ग्रह की ताकत, उस ग्रह के प्रभाव को बढ़ाना। अच्छे ग्रह हैं तो अच्छे ग्रह की ताकत को बढ़ाएगा और अगर कुंडली में वह ग्रह खराब स्थिति में है तो भी वह उसके प्रभाव को बढ़ाएगा। जो ग्रह हमारे कुंडली में अच्छे भाव में है अगर हम उनके रत्न पहनते हैं तो वह उसके प्रभाव को बढ़ाएगा जो हमें फायदा देगा।  जो ग्रह हमारे कुंडली में अशुभ / नीच में है खराब है तो रत्न शुभ नहीं कर सकता है बल्कि अगर उसके रत्न धारण करेंगे तो वह रत्न उसके प्रभाव को बढ़ाएगा और नीच / अशुभ होने के कारण वह ग्रह हमें परेशान करेंगे।  रत्न हमेशा शुभ / योगकारक / कमजोर ग्रह के ही धारण करने चाहिए। जो ग्रह कुंडली में शुभ हो लेकिन उसमें बल की कमी हो तो उससे संबंधित रत्न को धारण करना चाहिए।  जो ग्रह कुंडली में शुभ हो और बलवान हो तो उसके रत्न को धारण नहीं करना चाहिए, क्योंकि बलवान ग्रह का रत्न धारण करने से वह अशुभ ...

कामप्रजाळण नाच करे I कवि दुला भाई काग कृत

 कामप्रजाळण नाच करे : रचना :- कवि दुला भाई काग कृत (छंद - दुर्मिला)  परमेश्वर मोद धरी पशुपाळण,कामप्रजाळण नाच करे, भभके गण भूत भयंकर भुतळ, नाथ अधंखर ते नखते, भणके तळ अंबर बाधाय भंखर , गाजत जंगर पांह गते ; डमरुय डडंकर बाह जटंकर , शंकर ते कईलास सरे, परमेश्वर मोद धरी पशुपाळण,कामप्रजाळण नाच करे, (1) हडडं खडडं ब्रह्मांड हले, दडडं दडदा कर डाक बजे, जळळं दंग ज्वाल कराल जरे , सचरं थडडं गण साज सजे ; कडके धरणी कडडं , हडडं मुख नाथ ग्रजंत हरे , परमेश्वर मोद धरी पशुपाळण,कामप्रजाळण नाच करे,(2) हदताळ मृदंग हुहूकट,हाकट धाकट धीकट नाद धरं, द्रहद्राह दिदीकट वीकट दोक्ट,कट्ट फरंगट फेर फरं ; धधडे नग धोम धधा कर धीकट,धेंकट घोर कृताळ धरे, परमेश्वर मोद धरी पशुपाळण,कामप्रजाळण नाच करे,(3) नट तांडवरो भट देव घटां नट उलट गूलट धार अजं, चहँ थाक दुदूवट दूवट खेंखट,गेंगट भू कईलास ग्रजं ; तत तान त्रिपुरारि त्रेकट त्रुकट, भूलट धुहर ठेक भरे, परमेश्वर मोद धरी पशुपाळण,कामप्रजाळण नाच करे,(4) सहणाई छेंछ अपार छटा,चहुथ नगारांय चोब रडे, करताल थपाट झपाट कटाकट, ढोल धमाकट मेर धडे ; उमया संग नाट गणं सरवेश्वर,ईश्वर 'थईततां,...

रुद्राक्ष के महत्व, लाभ और धारण विधि

एक मुखी रुद्राक्ष इसके मुख्य ग्रह सूर्य होते हैं। इसे धारण करने से हृदय रोग, नेत्र रोग, सिर दर्द का कष्ट दूर होता है। चेतना का द्वार खुलता है, मन विकार रहित होता है और भय मुक्त रहता है। लक्ष्मी की कृपा होती है। दो मुखी रुद्राक्ष मुख्य ग्रह चन्द्र हैं यह शिव और शक्ति का प्रतीक है मनुष्य इसे धारण कर फेफड़े, गुर्दे, वायु और आंख के रोग को बचाता है। यह माता-पिता के लिए भी शुभ होता है। तीन मुखी रुद्राक्ष मुख्य ग्रह मंगल, भगवान शिव त्रिनेत्र हैं। भगवती महाकाली भी त्रिनेत्रा है। यह तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना साक्षात भगवान शिव और शक्ति को धारण करना है। यह अग्रि स्वरूप है इसका धारण करना रक्तविकार, रक्तचाप, कमजोरी, मासिक धर्म, अल्सर में लाभप्रद है। आज्ञा चक्र जागरण (थर्ड आई) में इसका विशेष महत्व है। चार मुखी रुद्राक्ष चार मुखी रुद्राक्ष के मुख्य देवता ब्रह्मा हैं और यह बुधग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसे वैज्ञानिक, शोधकर्त्ता और चिकित्सक यदि पहनें तो उन्हें विशेष प्रगति का फल देता है। यह मानसिक रोग, बुखार, पक्षाघात, नाक की बीमारी में भी लाभप्रद है। पांच मुखी रुद्राक्ष यह साक्षात भग...